LOVE POETRY
हमे ये तो नही पता कि हम किस रस्ते पर जा रहे हैं ,
पर खुदका किया तुमसे साथ देने का वादा निभा रहे हैं ।
जानता हूँ लाख रूकावटे होंगी तुम्हे अपना बनाने में ,
इसलिए हर कदम पर प्यार कि दुआएं लिए जा रहे हैं ।
किसको खबर है कि हम किस कदर हैं ,
बस सपनो के महल सजाये जा रहे हैं ।
वो बेफिक्र सो जाते हैं हमे तन्हा छोड़कर ,
हम रातो में उनके प्यार के दिए जलाये जा रहे हैं ।
LOVE POETRY
कोई जाकर समझाएं उन्हें कि हम उन्हें कितना चाहते हैं ,
यकीं तोड़ा किसी ने और बाद में पछताए कोई है ।
नही होता वक़्त एक जैसा जिस तरह इंसान नही होते हैं ,
एक बार वो विश्वास करके तो देखे हम किस कदर खोये हैं ।
नही आते मुझको वादे करने कुछ हजारो तुमसे ,
टूटे वादों के समंदर में हमने जख्म बहुत खाए हैं ।
बस दो लफ्ज़ है कहने को तुमसे वो रब्ब जानता है "सुहेल "
नही हो सकते किसी के आज के बाद जो तुम्हारे हम हुए हैं ।
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